
Nidhivan Vrindavan: वृंदावन, भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं के लिए जाना जाता है, भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े कई ऐसे रहस्य हैं. जो अभी भी अनसुलझे हैं. इन रहस्यों में से एक है निधिवन. यह एक ऐसा जंगल है जिसके बारे में कहा जाता है कि यहां आज भी भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी रात को रासलीला रचाते हैं.
निधिवन का रहस्य
निधिवन, संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है ‘खजाने का जंगल’. यह जंगल अपने अजीबोगरीब और दुर्लभ पेड़-पौधों के लिए जाना जाता है. स्थानीय लोगों और हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोगों का मानना है कि यह वह स्थान है जहां गुरु हरिदास ने तपस्या की थी और भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें दर्शन दिए थे.
यहां के लोग ऐसा मानते हैं कि रात के समय जब जंगल में सन्नाटा छा जाता है, तब भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी गोपियों के साथ रासलीला रचाते हैं. इस बात के कई प्रमाण दिए जाते हैं.
- पेड़ों की टहनियां हमेशा उत्तर की ओर मुड़ी हुई होती हैं, जिससे यह प्रतीत होता है कि वे किसी को प्रणाम कर रहे हैं.
- प्रसाद रात को जंगल में प्रसाद रखा जाता है जो सुबह गायब हो जाता है.
- रात के समय जंगल में कोई भी पशु-पक्षी नहीं दिखता है.
शाम ढलते ही निधिवन के द्वार बंद कर दिए जाते हैं और सभी भक्तों को बाहर निकाल दिया जाता है. सूरज ढलने के बाद निधिवन को कराने के बाद 7 तालों से यहां के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. हैरानी की बात यह है कि 7 ताले लगने के बाद भी सुबह कपाट खुले हुए मिलते हैं. यहां तक निधिवन के रंगमहल में रोजाना रात को भगवान के लिए भोग, पानी, श्रृंगार का सामान, पान का बीड़ा और दातुन रखा जाता है. हैरानी की बात है कि जब सुबह मंदिर के कपाट खुलते हैं तो भोग व पानी का बर्तन खाली होता है और पान चबाया हुआ है.